बच्चे अगर कर देते हैं बिस्तर गीला तो करें ये उपाय
बच्चे अगर कर देते हैं बिस्तर गीला तो करें ये उपाय
अक्सर मां-बाप इस बात को लेकर थोड़ा चिंतित दिखाई देते हैं कि उनका बच्चा रात मे सोते वक्त पेशाब कर देता है। अगर बच्चा थोड़ा बड़ा हो जाए और फिर भी बिस्तर पर पेशाब करे तो यह थोड़ी सोंचने वाली बात है। हांलाकि आप चाहें तो इसे कई तरीकों से रोक सकती हैं।
जैसे, उसे रात में 1-2 बजे के लगभग धीरे से जगा कर बाथरूम ले जाइये, जहाँ उसे पेशाब करने के लिए फुसलाइए या प्रेरित कीजिए। बच्चे को आदत डालिए की वह सोने से पहले पेशाब जरूर करे। इसी के साथ रात में 8 बजे के बाद उसे पानी कम पीने को दें।
अगर बच्चा कभी जल्दी सो जाये तो उसे गोद में उठाकर शौचालय ले जाएँ। जिस कमरे में बच्चा सोता है, उस कमरे में रात्रि में मंद लाइट जलाकर रखें, जिससे बच्चा रात्रि में खुद अकेले जाकर बाथरूम में मूत्र का त्याग कर सके।
6 साल से बड़े उम्र के बच्चे अगर बिस्तर गीला करें तो उसका कारण जानना बेहद जरुरी है। बड़े बच्चों का बिस्तर पे पेशाब करना किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है। एक अध्यन के अनुसार, 70 प्रतिशत बच्चे जिनमे पेशाब करने की समस्या पाई जाती है यह भी पाया गया की उनके माँ या बाप भी बचपन में बिस्तर पे पेशाब करते थे।
DNA में मौजूद chromosome के द्वारा यह शारीरिक गुण माँ या बाप से बच्चे में आता है। अगर आप अपने बच्चे की बिस्तर पर पेशाब करने की आदत से परेशान हैं तो ऐसे में हम आपको कुछ टिप्स बताएंगे जिससे आप अपने बच्चे को बिस्तर पर पेशाब करने से रोक सकते हैं।
बिस्तर में पेशाब करने का घरेलू इलाज
छुहारा
अगर आपका बच्चा बिस्तर गीला करता है तो उसे रात को सोने से पहले 2-3 छुहारे खिलाएं। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि शाम होने के बाद उन्हें तरल पदार्थ न पिलाएं तथा भोजन में आलू का हलवा बनाकर खिलाएं। इस उपचार से यह समस्या समाप्त हो जाएगी।
अगर आपका बच्चा बिस्तर गीला करता है तो उसे रात को सोने से पहले 2-3 छुहारे खिलाएं। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि शाम होने के बाद उन्हें तरल पदार्थ न पिलाएं तथा भोजन में आलू का हलवा बनाकर खिलाएं। इस उपचार से यह समस्या समाप्त हो जाएगी।
तिल और गुड़
तिल और गुड़ को साथ मिला कर उसका मिश्रण बना लें। इसे खिलाने से बच्चे का बिस्तर पे पिशाब करने का रोग ख़तम हो जायेगा। तिल और गुड़ के इस मिश्रण में अजवायन का चूर्ण मिलकर बच्चे को खिलने से और भी कई शारीरिक फायदे पहुँचते हैं।
तिल और गुड़ को साथ मिला कर उसका मिश्रण बना लें। इसे खिलाने से बच्चे का बिस्तर पे पिशाब करने का रोग ख़तम हो जायेगा। तिल और गुड़ के इस मिश्रण में अजवायन का चूर्ण मिलकर बच्चे को खिलने से और भी कई शारीरिक फायदे पहुँचते हैं।
दूध और शहद
1 कप ठंडा दूध लें और उसमें 1 चम्मच शहद मिला लें। इस चीज को सुबह शाम बच्चे को कम से कम 40 दिनों तक पिलाए। इसके दूध के साथ अपने बच्चे को तिल-गुड़ का एक लड्डू रोज सुबह खाने को दीजिये। लड्डू के सेवन से कोई नुकसान नहीं होता।
1 कप ठंडा दूध लें और उसमें 1 चम्मच शहद मिला लें। इस चीज को सुबह शाम बच्चे को कम से कम 40 दिनों तक पिलाए। इसके दूध के साथ अपने बच्चे को तिल-गुड़ का एक लड्डू रोज सुबह खाने को दीजिये। लड्डू के सेवन से कोई नुकसान नहीं होता।
अखरोट और किशमिश
बच्चों को प्रतिदिन दो अखरोट व 10-12 किशमिश के दाने 15-20 दिनों तक खिलाएं। उनकी बिस्तर में पेशाब करने की आदत दूर हो जाएगी। व दो ग्राम पिसी हुई मिश्री मिलाकर एक चम्मच मात्रा की फंकी बच्चे को दें। इसके ऊपर से शीतल जल पिलाएं इससे बिस्तर में पेशाब करने का रोग दूर हो जाएगा।
बच्चों को प्रतिदिन दो अखरोट व 10-12 किशमिश के दाने 15-20 दिनों तक खिलाएं। उनकी बिस्तर में पेशाब करने की आदत दूर हो जाएगी। व दो ग्राम पिसी हुई मिश्री मिलाकर एक चम्मच मात्रा की फंकी बच्चे को दें। इसके ऊपर से शीतल जल पिलाएं इससे बिस्तर में पेशाब करने का रोग दूर हो जाएगा।
आंवला
एक ग्राम पिसा हुआ आंवला, एक ग्राम पिसा हुआ काला जीरा व दो ग्राम पीसी हुई मिश्री मिलाकर एक चम्मच मात्रा कि फंकी बच्चे को दें। इसके ऊपर से शीतल जल पिलाएं| इससे बिस्टर में पेशाब करने का रोग दूर हो जायेग। 50 ग्राम सूखा आंवला व 50 ग्राम काला जीरा को कूट - पीसकर 300 ग्राम शुद्ध शहद में मिला लें। इसमें से छह ग्राम सुबह-शाम बच्चों को चटाएं।
एक ग्राम पिसा हुआ आंवला, एक ग्राम पिसा हुआ काला जीरा व दो ग्राम पीसी हुई मिश्री मिलाकर एक चम्मच मात्रा कि फंकी बच्चे को दें। इसके ऊपर से शीतल जल पिलाएं| इससे बिस्टर में पेशाब करने का रोग दूर हो जायेग। 50 ग्राम सूखा आंवला व 50 ग्राम काला जीरा को कूट - पीसकर 300 ग्राम शुद्ध शहद में मिला लें। इसमें से छह ग्राम सुबह-शाम बच्चों को चटाएं।
शाम को पानी कम पिलाएं
अगर आप पानी की खुराख पर दें ध्यान- बच्चे को सुलाने से पहले उसे पानी ना पिलाएं, इससे वह पूरी रात बिना उठे सोएगा और सीधे दिन में ही उठेगा।
अगर आप पानी की खुराख पर दें ध्यान- बच्चे को सुलाने से पहले उसे पानी ना पिलाएं, इससे वह पूरी रात बिना उठे सोएगा और सीधे दिन में ही उठेगा।
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