मानसून डाइट: जानिए बारिश में इंफेक्शन से बचने के लिए क्या खाएं क्या नहीं?
मानसून डाइट: जानिए बारिश में इंफेक्शन से बचने के लिए क्या खाएं क्या नहीं?
हालांकि मानसून आते ही हर किसी को सुकून सा महसूस होने लगता है। गर्मी से राहत के साथ आसपास का वातावरण भी ठंडक से भर जाता है। जो हमें काफी राहत देता है लेकिन वातावरण में नमीं की मात्रा बढ़ने के कारण इंफेक्शन और पेट से जुड़े रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है। खासकर खानपान में सावधानी बरतकर इससे बचा जा सकता है। वहीं इन दिनों कई तरह के इंफेक्शन और फ्लू का खतरा बढ़ जाता है।
मानसून आते ही कई लोग मानसून ट्रिप का प्लान करने लग जाते है लेकिन मानसून ट्रिप बनाने से पहले और कहीं बाहर खाने से पहले जान ले कि मानसून में आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं? कौनसी चीज खाने से आपको इंफेक्शन हो सकता है और आपको किन चीजों को इस मौसम में खासतौर पर अवॉइड करना चाहिए।
तो इस मानसून अगर आप लान्ग ड्राइव पर जाने के मूड में हैं और कहीं दूर चाय और स्नैक्स खाने का मन बना रहे हैं, तो पहले एक नज़र यहां डाल लें, जहां हम बता रहे हैं बारिश के दिनों में किन चीज़ों का अपनी खाने की लिस्ट से दूर रखना चाहिए।
तैलीय पदार्थ न खाएं
मानसून के दौरान, सरसों के तेल, मक्खन या मूंगफली के तेल में बना खाना खाने से बचना चाहिए क्योंकि ये तेल थोड़े भारी होते हैं। इनसे तैयार भोजन को पचने में दिक्कत होती है। पाचनतंत्र को बेहतर रखने के लिए खाने में जैतून का तेल, घी या सूरजमुखी तेल इस्तेमाल करना चाहिए। यह तेल दूसरे तेलों की तुलना में हल्के होते हैं।
ताजी सब्जियां और फल खाएं
अधिक से अधिक सब्जियों और फलों को डाइट में शामिल करें क्योंकि ये आसानी से पच जाते हैं और कई जरूरी विटामिंस और मिनिरल्स पाए जाते हैं। सबसे जरूरी बात है कि इन्हें अच्छे से धोने के बाद ही इस्तेमाल करें ताकि बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा कम किया जा सके।
सी-फूड
फिश और प्रॉन्स के लिए मानसून का समय ब्रीडिंग का होता है, तो साल के इन दिनों में सी-फूड से पूरी तरह मुंह मोड़ लें। इसके बावजूद भी आपके लिए सी-फूड खाना जरूरी है, तो बिल्कुल ताज़ा खाना ही खाएं, जिसे ज़्यादा देखभाल के साथ अच्छे से पकाया गया हो।
आलू और अरबी न खाएं
आलू, अरबी, जैसी सब्जियां, भिंडी, मटर, फूलगोभी न खाएं, क्योंकि ये आसानी से नहीं पचते हैं और इनसे इंफेक्शन होने का खतरा होता है। इसलिए मानसून में इनका सेवन करने से बचें।
कच्चा सलाद और जूस
बरसात के मौसम में कच्चा सलाद खाने से बचें। कच्चे सलाद में कई तरह के कीड़े होने का डर बना रहता हैं। इसलिए सलाद को स्टीम्ड करके खाएं। इससे सलाद के कीटाणु भी नष्ट हो जाएंगे और ये अधिक स्वास्थ्यवर्धक भी बन जाता है। यहां तक घर पर भी फलों का काटकर ना रखें बल्कि काटने के बाद तुरंत खा लें। इसके अलावा बाजार में बिकने वाले जूस से भी इन्हीं कारणों से परहेज करें।
पत्तेदार सब्जियां
पत्तेदार सब्जियां खाने के महत्व के बारे में सुना होगा। फिर भी इन्हें मानसून के दिनों में खाने से बचना चाहिए। बारिश के दिनों इनमें गंदगी और नमी आ जाती है, जिस कारण इसमें कीटाणु मिलने की संभावना काफी बढ़ जाती है। पालक, पत्ता गोभी, फूल गोभी जैसी सब्जियों को बारिशों में बिल्कुल न खाएं। इनकी जगह करेला, तोरी, घीया और टींडे आदि सब्जियां खाने की लिस्ट में शामिल करें। हर सब्जियों को अच्छे से धोकर खाएं।
कच्चा सलाद न खाएं
बरसात के मौसम में कच्चा सलाद खाने से बचना चाहिए क्योंकि इसमें कीड़े होने का डर बना रहता है। अगर खाना ही हो तो सलाद को स्टीम्ड करके खाएं। इससे सलाद के कीटाणु भी नष्ट हो जाएंगे और ये ज्यादा हेल्दी भी साबित होगा।
डेयरी प्रॉडक्ट देखकर खाएं
बारिश में डेयरी प्रॉडक्ट भी कम से कम खाना चाहिए। इनमें बैक्टीरिया पनपने की ज्यादा सम्भावना रहती हैं। कच्चा दूध भी इस मौसम में पीने से बचना चाहिए। नमी के कारण इसमें बैक्टीरिया अधिक पनपते हैं इस कारण पाचनतंत्र प्रभावित हो सकता है। दूध ले भी रहे हैं तो उबालकर ही पीएं, खासकर ऐसे लोग जिन्हें उल्टी-दस्त की समस्या हुई हो।
खूब पीएं पानी
भले ही बारिश के बाद तापमान कम हो गया हो लेकिन शरीर में पानी की कमी न होने दें। दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पीएं। इस मौसम में पानी की कमी पूरी करने के लिए फलों का जूस लिया जा सकता है। जो विटामिंस के साथ मिनिरल्स की भी पूर्ति करेंगे।
विटामिन सी खाएं
इस मौसम में हर्बल-टी खास फायदा पहुंचाती है। इसमें मौजूद तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। इसमें चाहें तो अदरक, काली मिर्च और शहद का भी प्रयोग कर सकते हैं। इस मौसम में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है ऐसे में डाइट करेला, मेथी, नींबू और मौसमी जरूर शामिल करें। इनमें विटामिन-सी अधिक पाया जाता है जो इम्युनिटी बढ़ाते हैं।
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