F रात को सोते समय आपके मुंह से भी न‍िकलती है लार?, जानिए इसकी वजह - Dr.RAJVADHER

Header Ads

ads header

Letest Post

रात को सोते समय आपके मुंह से भी न‍िकलती है लार?, जानिए इसकी वजह

रात को सोते समय आपके मुंह से भी न‍िकलती है लार?, जानिए इसकी वजह



जब कभी आप एकदम गहरी नींद में सो रहे होते है तो आपको उस समय या उठने के बाद आपको महसूस होता है कि आपके मुंह के किनारे से लार की पतली सी धार बह रही होती है। हालांकि सोते हुए लोगों के मुंह से लार बहना बहुत आम बात है लेकिन कई बार ये आपकी शर्मिंदगी का कारण बनने के अलावा किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। 
मेडिकल टर्म में इस समस्‍या को सिआलोरेहिआ कहते हैं, जो आमतौर पर उन शिशुओं को होता है जिनके दांत निकल रहे होते हैं। आइए जानते है कि वयस्‍कों में ये समस्‍या क्‍यों होती हैं।
Drooling in sleep-All you need to know!

कब बहती है लार

शरीर में लार बनाने वाले अलग से ग्लैंड्स होते हैं। जागते हुए अधिक लार का निर्माण होता है , जागते हुए आप लार को निगल लेते हैं। लेकिन जब आप नींद में होते हैं तो आप और आपकी चेहरे की नसें आराम के मूड में होती हैं और आप ज्‍यादातर मुंह से ऑक्‍सीजन लेते है इस वजह से इस वजह से लार के ग्लैंड्स लार तैयार करते हैं तो वो बहने लग जाती है क्योंकि आप उसे निगलते नहीं हैं।


आइए जानते है मुंह से लार या थूक न‍िकलने की दूसरी वजहें

एलर्जी

नाक से संबंधित एलर्जी और कुछ खाने पीने की चीज़ों से होने वाली एलर्जी की वजह से लार का अधिक निर्माण हो सकता है और वो रात को सोते समय बहने लगती है।


एसिडिटी 

वैज्ञानिकों का मानना है कि एसिड रिफ्लक्स एपीसोड्स के कारण गेस्ट्रिक एसिड होता है। इससे एसोफागोसलाइवरी उत्तेजित होता है और बहुत अधिक लार बनने लगती है।


साइनस इंफेक्शन 

ऊपरी श्वास नलिका के संक्रमण आमतौर पर सांस लेने और निगलने की समस्याओं से जुड़े होते हैं। इन समस्याओं में लार जमा हो जाने से मुंह से बहने लगती है। साथ ही, जब फ्लू के कारण नाक बंद होती है तो आप खासतौर पर रात को अपने मुंह से सांस लेते हैं और ऐसे में आपके मुंह से लार बहने लगती है।

टोंसिलाइटिस

गले के पीछे मौजूद टोंसिल्स ग्लैंड्स होते हैं, जिनमें सूजन आ जाने से टोंसिलाइटिस हो सकता है। सूजन की वजह से गले का रास्ता छोटा हो जाता है जिससे लार गले से उतर नहीं पाती और मुंह से बहने लग जाती है।

सोते हुए डरना

कुछ लोगों को सोते हुए डर लगने की समस्या होती है। इस समस्या का एक लक्षण लार बहना भी है। युवाओं में साइकोपैथोलॉजिकल कारण से ये समस्या होती हैं। कई बार नींद से जुड़ी अन्य समस्याओं जैसे नींद में चलना, नींद में बात करना आदि में भी लार बहती है।

दवाइयों की वजह से

अगर आप किसी तरह की दवाईयों का सेवन कर रहे हो तो सोते हुए लार बहना आपके लिए बहुत आम बात हो सकती है। दवाईयों के सेवन के बाद कम से कम 8 से 10 गिलास पानी जरुर पीएं।

सोने की पॉजिशन की वजह से भी

अगर सोते हुए आपकी लार भी बहती है तो आपने देखा होगा कि लार आमतौर पर तभी बहती है जब आप करवट लेकर सोते हो। पीठ के बल सोने पर बहुत कम लार बहती होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि जब आप पीठ के बल सोते हैं तो लार आपके गले के रास्ते शरीर में अपने आप चली जाती है।

No comments